bharatiya samaj ki visheshta

भारतीय समाज की विशेषता 

  • * समाज सम्बन्धो  अमूर्त  व्यवस्था हे  
  • व्यक्ति और समाज एक दूसरे पर आश्रित हे 
  • व्यक्ति और समाज एक  दूसरे पर पूरक  हे और एक दूसरे के विकास के लिए अनिवार्य हे  
  • भारतीय समाज 'एक समाज ' का उदाहरण हे 
हमारा समाज 
  • व्यक्ति और समाज में सदैव सामंजस्य रहना आवश्य्क नहि हे
  • समाज में विभिन पहलुओं में गंभीर विरोद उत्पन्न हो सकता हे  इस कारण सामाजिक व्यवस्था का हास्  हो रहा हे 
  • इस लिए समाज के सदस्य का दृष्टि कोण और सामाजिक व्यवस्थाए लोकतान्त्रिक , समाजवादी  ,और मानवतावादी होनी चाहिए 
  • व्यक्ति को समाज के कर्तव्य का निर्वाह करने में सक्षम बनाना समाज का कर्तव्य हे 
हमारे सामाजिक दायित्व
  • समाज के प्रति उचित आचरण 
  • समाज में प्रचलित विभिन्न रूढ़ियों को खत्म करने और उसमे सुधर लाने का प्रयास करना चाहिए 
  • जियो और जीने दो का सिद्धांत प्रतिपादित करना चाहिए 
  • समाज की उत्पादक इकाई बनाना 
  • उत्पादक और तरीका सांस्कृतिक मूल्यों की रक्षा करने वाले होने चाहिए 
  • सार्वजनिक जीवन में अनुसाशन 
  • दूसरे के अधिकारों का सम्मान करना 
  • संस्कृति की रक्षा 
  • राजनितिक जागरूकता 
  • विवेकपूर्ण मतदान 
  • स्वछता एवं स्वस्थतः 
  • प्रशासन की सहायता एवं ]सहयोग]
  • सेवा कार्य 

 

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